पियक्कड़ एस.आई की हुई पहचान

बिहार के थानों में रहने वाले एक पियक्कड़ एस.आई की पहचान हो गई है। ये साहब कैमूर के रामगढ़ थाना में पदस्थापित एएसआइ (सहायक दारोगा) निकले। साहब नशे में टल्ली होकर सड़क पर तमाशा करने लगे। इस दौरान एक व्यवसायी को जमकर पीटा। बाद में एसपी के आदेश पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
विदित हो कि शराबबंदी के बाद बिहार में जब्त शराब कई थानों से गायब हो गए। इसपर पुलिस ने सफाई दी कि शराब चूहे चट कर गए। हालांकि, पुलिस की बात पर किसी को भरोसा नहीं हुआ। माना गया कि शराब गायब होने के पीछे पुलिसकर्मियों का ही हाथ है। अब कैमूर के शराबी एएसआइ ने उस वाकये की याद दिला दी है।
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शराब पीकर मारपीट, गिरफ्तार
कैमूर जिले के रामगढ़ थाने के एएसआइ (सहायक दारोगा) मंटुन कुमार को ऑन ड्यूटी शराब पीने तथा नशे की हालत में एक व्यवसायी से मारपीट करने के आरोप में सस्पेंड करते हुए गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में एएसआइ को बचाने की कोशिश करने व लापरवाही के आरोप में थानाध्यक्ष मो. ईरशाद को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
मैं रामगढ़ का सिंघम, इलाके में चलता मेरा राज
सोमवार की रात व्यवसायी मोनू गुप्ता बाइक से घर जा रहे थे। इसी दौरान नशे में टल्ली सहायक दारोगा दो अन्य लोगों के साथ पहुंचे। उन्होंने रात में सड़क पर बाइक चलाने की कैफियत पूछी, फिर कहा कि इलाके में उनका राज चलता है। एएसआइ ने नशे में कई फिल्मी डायलॉग दागे तथा खुद को रामगढ़ का सिंघम बताते हुए व्यवसायी की पिटाई कर दी।
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शिकायत पर हुई कार्रवाई
व्यवसायी ने इसकी शिकायत एसपी मो. फरोगुद्दीन से की। इसके बाद एसडीपीओ रघुनाथ प्रसाद सिंह ने जांच कर कार्रवाई की। जांच व कार्रवाई के दौरान थानाध्यक्ष ने एएसआइ को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन एसडीपीओ ने एक नहीं सुनी। थानाध्यक्ष ने एएसआइ की मेडिकल जांच में भी बाधा डाली। सदर अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा भी जांच के लिए मशीन नहीं होने की बात कही गई। तब एसडीपीओ ने उत्पाद विभाग से ब्रेथ एनलाइजर मशीन मंगा कर जांच कराई। ब्लड सैंपल से भी एएसआइ के शराब के नशे में होने की पुष्टि हुई।
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लटकी बर्खास्तगी की तलवार
इसके बाद एएसआइ को पुलिस हिरासत में रामगढ़ भेज दिया गया। एसपी ने बताया कि शराब पीने के मामले में उसे सस्पेंड कर बर्खास्तगी की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। थानाध्यक्ष को भी सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में बीएमपी के डीजी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि शराबबंदी अभियान में बाधक बनने वाला पुलिस का बड़ा पदाधिकारी ही क्यों न हों, उसे बख्शा नहीं जाएगा।