पानी की जांच को लेकर दिल्ली वालों के साथ हुआ धोखा-CM केजरीवाल

भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा की गई दिल्ली के पानी की जांच को लेकर आम आदमी पार्टी ने एक नया खुलासा किया है। जिस शख्स के घर से पानी का सैंपल लेने का दावा केंद्र सरकार कर रही है, उसका कहना है कि उसके घर से कोई पानी का सैंपल लिया ही नहीं गया।
सत्ता का ऐसा दुरुपयोग देख कर बहुत दुख होता है। अपने ही पार्टी के पदाधिकारी के घर से पानी का सैम्पल ले कर आपने पूरी दिल्ली की जनता में डर फैला कर बहुत गलत किया है @irvpaswan जी। इस तरह की हरकत एक संवैधानिक पद पर बैठे मंत्री को शोभा नहीं देता। https://t.co/QrxRtuT7JA
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 20, 2019
शख्स का नाम दीपक कुमार है। उनका कहना है कि मेरे यहां से कोई भी पानी का सैंपल नहीं लिया गया है। मेरा नाम और पता केंद्र सरकार द्वारा लिए गए पानी की सैंपल लिस्ट में क्यों डाला गया इसका भी मुझे नहीं पता है। मेरे यहां जो पानी आता है वो पीने योग्य है।
पानी पर झूठ क्यों @irvpaswan जी?
जहाँसे सैम्पल लेने की बात कही,वहाँसे सैम्पल ही नहीं लिया।ये दीपक कुमार हैं,आपने अपनी लिस्ट में कहा कि इनके यहाँ से सैम्पल लिये जबकि इनके यहाँ से सैम्पल ही नहीं लिया।@ArvindKejriwal जी को बदनाम करने केलिए इतना झूठ?
पानी नहीं आपकी राजनीति गंदी है। https://t.co/vBbOWG6A30 pic.twitter.com/j0QmphjvBE— Sanjeev Jha (@Sanjeev_aap) November 20, 2019
‘लोगों के साथ इतना बड़ा धोखा?’
इस बात का खुलासा होने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि राम विलास पासवान जी, आपका कहना है कि आपने इनके यहां से पानी का सैम्पल लिया और वो सैम्पल फेल हो गया, जबकि इनका कहना है कि आपने इनके यहां से कोई सैंपल ही नहीं लिया। इनका ये भी कहना है कि ये पानी से संतुष्ट हैं। आपने इतना बड़ा झूठ बोला? केंद्रीय मंत्री होकर लोगों के साथ इतना बड़ा धोखा?
.@irvpaswan सर, आपका कहना है कि आपने इनके यहाँ से पानी का सैम्पल लिया और वो सैम्पल फेल हो गया जबकि इनका कहना है कि आपने इनके यहाँ से कोई सैम्पल ही नहीं लिया। इनका ये भी कहना है कि ये पानी से संतुष्ट हैं। आपने इतना बड़ा झूठ बोला? केंद्रीय मंत्री होकर लोगों के साथ इतना बड़ा धोखा? https://t.co/fzZgH1ieC8
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 20, 2019
20 राज्यों में दिल्ली के पानी को बताया था सबसे खराब
बता दें कि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 20 राज्यों के पानी की गुणवत्ता जांच में दिल्ली का पानी सबसे खराब बताया गया था। इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गलत बताया था। सीएम केजरीवाल का कहना था कि किसी भी राज्य का पानी महज 11 स्थानों के पानी की जांच से गंदा नहीं ठहराया जा सकता।
केंद्र और दिल्ली के अधिकारी मिलकर फिर करेंगे जांच
राजधानी दिल्ली का पानी पीने लायक है या नहीं, केंद्र और राज्य सरकार के बीच यह मुद्दा गर्माया हुआ है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी उन दो सदस्यों के नामों की घोषणा कर दी है जो केंद्र के साथ मिलकर साझा रूप से पानी की गुणवत्ता का निरीक्षण करेंगे। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान पहले ही केंद्र की तरफ से दो सदस्यों के नामों का ऐलान कर चुके हैं।
दिल्ली सरकार ने जिन दो नामों का ऐलान किया उसमें दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहानिया और दिल्ली जल बोर्ड के ही सदस्य सलभ कुमार शामिल हैं। वहीं राम विलास पासवान की तरफ से भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के दो वरिष्ठ अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। इसमें प्रमोद तिवारी (महानिदेशक, बीआईएस) और जयंत राय चौधरी (लैब उप-महानिदेशक, बीआईएस) शामिल हैं।
चीयर्स डेस्क