लखनऊ में पेयजल संकट

यूपी की राजधानी लखनऊ में भूजल स्तर काफी तेजी से गिर रहा है। जिसकी वजह से पीने के पानी की दिक्कतें लगातार बढ़ रही हैं। हर साल भूजल स्तर गिरने से जलकल के लगभग 20% नलकूप फेल हो रहे हैं। इनकी जगह नए लगाए जा रहे हैं। इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो पा रहा है।
जलकल का मामला लटकने के कारण पेयजल की स्थिति चिंताजनक हो रही है। गोमती तट के करीब होने के बावजूद फैजुल्लागंज का जलस्तर 16 मीटर तक गिर चुका है।इसी तरह त्रिवेणीनगर में 10 मीटर तक और महानगर जैसी पॉश कालोनी में आठ मीटर से अधिक जलस्तर गिर चुका है। यहां पर पानी 37 मीटर (121 फुट) नीचे तक पहुंच चुका है। उधर, आलमबाग क्षेत्र का भी यही हाल है। यहां के जेल रोड इलाके का जलस्तर चार साल में 36 मीटर से खिसकर 41 मीटर पर पहुंच गया है। एयरपोर्ट स्थित इलाकों में 14 मीटर से गिरकर 19 मीटर पर आ गया है।
यही वजह है कि इन क्षेत्रों में हर साल नलकूप की बोरिंग होने की संख्या बढ़ती जा रही है। जलकर अभियंताओं के मुताबिक इसी साल अकेले आलमबाग व अलीगंज क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक नलकूपों की बोरिंग जलस्तर गिरने की वजह से हुई है। पूरे शहर में इस साल 50 से ज्यादा नलकूपों ने बोरिंग न गिरने के कारण पानी देना बंद कर दिया है और यही कारण है कि लखनऊ में पीने के पानी का संकट विकराल रूप लेता जा रहा है।
चीयर्स डेस्क