क्यों होता है हैंगओवर और कैसे उतरता है

पार्टियों में जाम से जाम टकरा रहे हैं, पीने वालों पर सुरुर चढ़ जाता है तो होश किसे रहता है कि कितनी पी गए। रात की पार्टी का नशा उतरते ही, सुबह हैंगओवर…सिर भारी, शरीर में जकड़न…..। कुछ लोगों को उल्टी भी होने लगती है। मज़ा ये है कि जो लोग रात में ज्यादा शराब पिलाते हैं, वो अगले दिन की खुमारी उतारने के नुस्खे भी बताने लगते हैं। पर, कौन सा नुस्खा है, जो आपको हैंगओवर से आजादी दिला दे। कोई ऐसा नुस्खा है भी या नहीं।
कैसे उतरे
ये सवाल आज का नहीं, हजारों साल पुराना है। मिस्र में मिले 1900 साल पुराने एक भोजपत्र पर शराब के नशे से उबरने के नुस्खे लिखे पाए गए हैं।
यानी उस दौर में भी लोग ज्यादा शराब पीने की खुमारी उतारने की चुनौती से जूझ रहे थे। उस भोजपत्र में तो जो नुस्खा सुझाया गया था, वो आज अमल में ला पाना बहुत मुश्किल है। पर, आज भी नशे की खुमारी उतारने के लिए तमाम नुस्खे बताए जाते हैं।
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जैसे नमकीन बेर या फिर कच्चे अंडों, टमाटर के जूस, सॉस और दूसरी चीजें मिलाकर तैयार प्रेयरी ओइस्टर। लेकिन इन में से कोई भी नुस्खा या तरकीब हैंगओवर से निजात दिलाने का पक्का वादा नहीं करता।
ये होता क्यों है
आखिर क्यों होता है हैंगओवर। शराब एथेनॉल से बनती है। इसे हमारे शरीर में मौजूद एंजाइम तोड़कर कई दूसरे केमिकल में तब्दील कर देते हैं। इनमें से सबसे अहम है एसिटेल्डिहाइड। इसे और तोड़कर एंजाइम इसे एसीटेट नाम के केमिकल में बदल देते हैं। ये एसीटेट वसा और पानी में बदल जाता है। कुछ वैज्ञानिक ये मानते थे कि एसिटेल्डिहाइड की वजह से हैंगओवर होता है।
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लेकिन, एक रिसर्च से ये बात भी सामने आई है कि एसिटेल्डिहाइड का ताल्लुक शराब की खुमारी से नहीं है। कुछ जानकार कहते हैं कि शराब में मिलाए जाने वाले दूसरे केमिकल हैंगओवर के लिए जिम्मेदार हैं। इन्हें कॉन्जेनर्स कहते हैं। ये कई तरह के कण होते हैं, जो व्हिस्की तैयार करते वक्त मिलते हैं। इनकी मौजूदगी का एहसास लोगों को तब होता है, जब वो ज्यादा पी लेते हैं।
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हैंगओवर पैदा करने वाले तत्व गहरे रंग की शराब में ज्यादा होते हैं। इसलिए वोदका, जिन आदि से हैंगओवर के मामले कम सामने आते हैं। हालांकि हर इंसान में इसका असर अलग अलग होता है। फिर हैंगओवर के असर का ताल्लुक लोगों की उम्र और उनके शराब पीने की मात्रा तक पर निर्भर करता है।
हकीकत ये है कि शराब की खुमारी किसी एक तत्व की वजह से नहीं होती। इसके कई कारण होते हैं। शराब पीने से हमारे शरीर में हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है। इस दौरान लोग पेशाब ज्यादा करने लगते हैं। उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। सिर भारी होने का ताल्लुक इससे भी होता है।
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ज्यादा शराब पीने से होने वाली खुमारी से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है नीबू पानी पीना, ढेर सारा पानी पीना और आराम करना। बहुत दिक्कत हो तो एक एस्पिरिन की एक टिकिया ले लेना। शराब पीने से पहले ठीक से खाना खा लेने और धीरे धीरे पीने से भी हैंगओवर कम होता है। और, सबसे अच्छा तो ये है कि ज्यादा शराब पी ही न जाए।